IDV Means in Car Insurance in Hindi

IDV Means in Car Insurance – हेलो दोस्तों! आज मैं आपको इस आर्टिकल में वाहन बीमा में IDV क्या होता है इस बारे में जानकारी देने वाला हूं। अगर आपको पहले से पता है की वाहन बीमा में इस शब्द का मतलब क्या होता है तो बहुत अच्छी बात है अगर आपको नहीं पता है तो आज का यह आर्टिकल बिल्कुल आप लोगों के लिए है।

इस आर्टिकल के माध्यम से मैं आपको बहुत ही आसान भाषा में IDV क्या होता है और यह किस तरह से काम करता है इस बारे में बताऊंगा। आपने कोई वाहन बीमा खरीद तो होगा ही तो आप वाहन बीमा लेने के पश्चात IDV शब्द के बारे में जरूर सुनो। यह आपके वहां की चोरी हो जाने या किसी भी तरह की दुर्घटना में पूरी तरह नष्ट हो जाने पर आपको मिलने वाली राशि होती है।

अगर आपने इस ऑप्शन का उपयोग नहीं किया तो शायद ही आपके किसी दुर्घटना से हुए नष्ट की जुर्माना पूरी तरह से आपको दी जाएगी इसलिए जब भी कोई वाहन बीमा लेता है तो उसे IDV के बारे में जरूर बताया जाता है ताकि वह आने वाले किसी भी नुकसान से बच सके और बीमा इंश्योरेंस कंपनी के द्वारा अपने हुए नुकसान की भरपाई भी ले सके।

IDV क्या होता है? | IDV Means in Car Insurance

वाहन बीमा में IDV का अर्थ बीमाकृत घोषित मूल्य जिसे कि हम लोग Insured Declared Value के नाम से भी जानते हैं वह होता है और यह हमेशा आपके वाहन बीमा में ही देखने को मिलता है और भी किसी बीमा में आपको इस ऑप्शन को नहीं दिया जाता है। बीमाकृत घोषित मूल्य आपके वहां की वह अधिकतम मूल्य होती है जो बीमा कंपनी के द्वारा आपका वाहन चोरी हो जाने पर या फिर किसी भी अन्य दुर्घटना से पूरी तरह से नष्ट हो जाने पर आपको दिया जाता है।

IDV शब्द का निर्धारण बीमा कंपनी द्वारा आपके वाहन का वर्तमान बाजार मूल्य के आधार पर किया जाता है। अगर आपने इस विकल्प को नहीं लिया तो शायद ही आपके वहां की चोरी हो जाने पर या फिर उसके नष्ट हो जाने पर आपको मुआवजा दिया जाएगा। इसलिए जब भी आप वाहन इंश्योरेंस ले तो उसके अंदर इस ऑप्शन को अवश्य चुने।


IDV Full Form in Insurance in Hindi 

IDV का फुल फॉर्म होता है Insured Declared Value जिसे हम लोग हिंदी में बीमा मृत घोषित मूल्य के नाम से भी जानते हैं। IDV का अर्थ हिंदी में बीमाकृत घोषित मूल्य अर्थात आपके वहां का वह अधिकतम मूल्य होता है जो कि वहां के को जाने पर या फिर चोरी हो जाने पर या किसी अन्य दुर्घटना के कारण पूरी तरह से नष्ट हो जाने पर आपको वह मूल्य दिया जाता है और इस मूल्य का निर्धारण बीमा कंपनी द्वारा वर्तमान बाजार मूल्य के आधार पर किया जाता है।

IDV लेना क्यों जरूरी है?

IDV का विकल्प लेना हमारे लिए जरूरी क्यों है सबसे पहले मैं आपको यह बता दू! बहुत सारे लोगों को ऐसा लगेगा कि हमें इस ऑप्शन को क्यों लेना चाहिए, क्या जरूरी है? जैसा कि हम सभी को पता है आजकल चोरी कितनी ज्यादा बढ़ चुकी है और आपका ववाहन कभी भी चोरी हो सकता है उस हालत में आप कुछ भी नहीं कर पाओगे और अगर किसी दुर्घटना के कारण आपके वहां को नुकसान पहुंचती है तो उस हालत में भी आप कुछ भी नहीं कर कर सकते है।

तो इन सभी चीजों से बचने के लिए आपको IDV के ऑप्शन को हमेशा लेना चाहिए जब आपका वाहन चोरी हो जाता है या फिर किसी दुर्घटना में पूरी तरह से नष्ट हो जाता है तो इस हालत में बीमा इंश्योरेंस कंपनी के द्वारा आपको दी जाने वाली बीमा राशि इसी ऑप्शन पर आधारित होती है। इसके लिए इंश्योरेंस बीमा कंपनी आपको इंश्योरेंस प्रदान करती है ताकि आप अपने और अपने वाहन की सुरक्षा हमेशा कर सको।

और आपके मन में एक सवाल आ रहा होगा कि अगर मेरे वाहन चोरी हो जाती है या फिर किसी दुर्घटना बस नष्ट हो जाती है तो क्या मुझे उसका मुआवजा वाहन के बाजार मूल्य पर मिलेगा। तो इसका जवाब है हां क्योंकि बीमा इंश्योरेंस कंपनी आपको आपके वहां के चोरी हो जाने पर या फिर किसी दुर्घटना के कारण नष्ट हो जाने पर आपको वर्तमान मूल्य के आधार पर मिलता है।

बीमा क्लेम करने के दौरान आपको आईडीबी के आधार पर भुगतान भी किया जाता है आप जितनी कम प्रीमियम पर बीमा लोग आपकी आईडीवी भी उतनी कम होगी। इसका मतलब यह है कि अगर आपने इस इंश्योरेंस को लिया है और आप इसमें बहुत ही कम प्रीमियम जमा करवा रहे हो। तो अगर आपकी बाइक चोरी हो जाती है या फिर नष्ट हो जाती है तो बीमा इंश्योरेंस कंपनी के द्वारा आपको IDV भी काम दिया जाएगा।


IDV की गणना किसे की जाती है?

IDV की गणना पहली बार वाहन शोरूम से खरीदने पर उसकी कीमत क्या थी उसे आधार पर तय की जाती है और आइडीवी भी में रजिस्ट्रेशन शुल्क और बीमा राशि को नहीं किया जाता है। वाहन खरीदने के बाद आपने कितना सामान अपने वाहन में बाहर से लगाया है,  उनकी कीमत क्या थी और क्या है तथा आपका वाहन कितना पुराना है इन सभी आधार पर आपको आईडीवी भी की गणना की जाती है।

किसी भी वहां की आईडीबी में कमी या Depreciation तय करने की Table 

वाहन की उम्रवाहन की कीमत में कमी (प्रतिशत के हिसाब से)
6 महीने से कम पुराना वाहन5%
6 महीने से लेकर 1 साल के बीच का वाहन15%
1 साल से लेकर 2 साल के बीच का वाहन20%
2 साल से लेकर 3 साल के बीच का वाहन30%
3 साल से लेकर 4 साल के बीच का वाहन40%
4 साल से लेकर 5 साल के बीच का वाहन50%

IDV प्रीमियम को कैसे प्रभावित करती है?

Idv प्रीमियम को कैसे प्रभावित करती है दोस्तों बहुत ही आसान भाषा में, मैं आपको समझता हूं अगर आपके वहां की आईडीवी भी जितनी ज्यादा होगी आपको प्रीमियम भी उतना ही ज्यादा भरना पड़ेगा। आपका वहां जितना पुराना होगा आपकी प्रीमियम भी समय के साथ उतनी ही कम होती जाएगी तो अगर आपके पास कोई ऐसा वहां है जो काफी पुराना हो चुका है तो उसे हालत में आपको IDV कम दिया जाएगा।

इसका अर्थ यह है कि आपकी आईडीवी भी जितनी कम होगी आपकी प्रीमियम भी उतनी कम होगी अगर आप अपने वाहन की पॉलिसी कम प्रीमियम कंट्री वाली नहीं लेनी चाहिए क्योंकि इससे आपको ही नुकसान होगा। कम आईडीबीआई का अर्थ यह होता है कि आपके वहां का किसी भी दुर्घटना में या फिर चोरी जैसे स्थितियों में कम राशि का भुगतान किया जाएगा इसलिए आपको बाजार के हिसाब से देखकर अपने वाहन के इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदनी चाहिए।


5 साल से अधिक गाड़ियों की IDV भी तय हो सकती है?

अगर आपके पास कोई ऐसा वहां है जिसकी उम्र 5 साल से ज्यादा हो चुकी है और आपके मन में ऐसा सवाल आ रहा है कि 5 साल से अधिक पुराने वाहन की भी IDV मिल सकती है तो इसके लिए सर्विसिंग कंडीशन और बॉडी पार्ट्स की स्थिति पर यह निर्भर करती है। 

अलग-अलग मटेरियल से बने सामानों की औसत कीमत लगाकर बीमा इंश्योरेंस के द्वारा IDV भी तय किया जा सकता है। अक्सर यह बीमा कंपनी और बीमा ग्राहक के बीच आपसी समिति के आधार पर ही हमेशा तय किया जाता है और कुछ कंपनियां आईडी भी तय करने के लिए अपने Surveyor भी भेजती है। Surveyor का खर्चा बीमा कंपनी नहीं बल्कि बीमा करवाने वाले व्यक्ति को चुकाना होता है।

किसी भी वाहन की IDV तय करने के लिए उसके रजिस्ट्रेशन और इंश्योरेंस का खर्च नहीं जोड़ा जाता है। गाड़ी की हालात देखकर कंपनी की तरफ से लगे समान या सहायक उपकरणों की कीमत शामिल रहती है और बाहर से लगवाई गई जितनी भी उपकरण होती है उन सब की कीमत अलग से जोड़ी जाती है। बीमा में इन्हें शामिल करने पर प्रीमियम भी उसी हिसाब से बढ़ जाता है।


IDV वाहन बीमा के फायदे और नुकसान

मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी के अंतर्गत IDV (Insured Declared Value) के कुछ फायदे और नुकसान भी मौजूद हैं इसके बारे में आपको जानकारी होनी आवश्यक जरूरी है क्योंकि जब भी आप अपने वाहन इंश्योरेंस में इस ऑप्शन का उपयोग करते हो तो उसे हिसाब से आपके वहां की इंश्योरेंस का प्रीमियम और उसके फायदे नुकसान भी आपको मिलते हैं।

  • Advantage: सबसे पहले मैं आपको इस ऑप्शन के फायदे के बारे में बताता हूं इस ऑप्शन के फायदे यह देखने को मिलते हैं कि किसी भी Car के क्षतिग्रस्त (Damaged) होने पर या फिर उसके चोरी हो जाने पर बीमा धारा को मुआवजे की अधिकतम राशि प्राप्त होती है और अगर आपके कर की IDV भी बीमा कंपनी द्वारा ज्यादा तय की गई है तब जाकर आपको और भी ज्यादा और राशि दी जाती है।
  • Disadvantage: IDV के कुछ नुकसान भी हमें देखने को मिलते हैं जैसे कि किसी भी कार का IDV ज्यादा होने से ही बीमा धारा को ज्यादा बीमा किस्त जिसे हम प्रीमियम कहते हैं वह बढ़ाना होता है अगर IDV जितना ज्यादा होगा प्रीमियम भी आपको उतना ही ज्यादा जमा करना पड़ेगा।

Claim निपटान में IDV कैसे काम करती है?

वाहन का IDV निम्नलिखित स्थितियों में दावा निपटान के लिए काम में आ सकती है इसके बारे में मैं आपको नीचे एक-एक करके बताता हूं:

  • पुलिस द्वारा आपके वाहन को Non Traceable घोषित करने के बाद आप चोरी का दवा बहुत ही आसानी से कर सकते हैं। इस हालत में बीमा कंपनी दवा राशि का नुकसान करेगा जो आपकी कार या फिर बाइक के IDV के लगभग बराबर होगा।
  • जब किसी Contingency के कारण वाहन क्षतिग्रस्त हो जाता है और उसे अत्यधिक मरम्मत की जरूरत पड़ती है तो उसे हालत में जो लागत अगर IDV से अधिक होगी तो कुल नुकसान का दावा भी आपकी दिया जाएगा।
  • ऐसी दुर्घटनावस स्थिति जहां पर आपके वाहन की मरम्मत से परे क्षतिग्रस्त हो जाती है और आप कूल नुकसान का दावा कर सकते हैं और इस दावे का निपटान करने के लिए बीमा कंपनी Car के IDV को ध्यान में रखती है।

FAQs on IDV Means in Car Insurance

Q1. IDV क्या होता है?

IDV जिसे हम लोग Insured Declared Value कहते हैं वह एक प्रकार की ऐसी इंश्योरेंस पॉलिसी के अंदर शामिल की जाती है जिस स्थिति में अगर आपके वाहन की चोरी हो जाने पर या किसी दुर्घटना बस आपके वाहन की क्षतिग्रस्त हो जाने पर आपको बीमा कंपनी सुरेश के द्वारा के वाहन की बाजार मूल्य राशि आपको दी जाती है।

Q2. कार का आइडीवी वैल्यू कितना होता है?

कार का आईडीवी वैल्यू अलग-अलग स्थितियों पर निर्भर करता है जैसे कि अगर आपकी गाड़ी काफी पुरानी है तो उस हालत में आपकी आईडीवी वैल्यू काम हो सकती है।

Q3. कार आईडीवी की गणना कैसे की जाती है?

कार आईडीवी की गणना करने के लिए मैंने आपको इस आर्टिकल में एक Table के माध्यम से बताया है कि आप अपने किसी भी वाहन की आईडीवी वैल्यू की गणना कैसे बहुत ही आसानी से कर सकते हैं। इस Table को आप जरूर देखें।

Q4. क्या आईडीवी वैल्यू हर साल घटती है?

जी हां दोस्तों! हर साल आपके वाहन की आईडीवी वैल्यू घटती जाती है।


Conclusion on IDV Means in Car Insurance

दोस्तों आज हमने इस आर्टिकल में, IDV क्या होता है (Idv Means in Car Insurance) इस बारे में ढेर सारी जानकारी हासिल की। अगर आपके पास भी कोई वाहन है और आप उसके लिए एक अच्छा सा इंश्योरेंस पॉलिसी लेना चाहते हैं तो आप अपने इंश्योरेंस पॉलिसी में IDV का प्रयोग अवश्य करें ताकि आने वाले समय में अगर आपकी वाहन की चोरी हो जाती है या फिर किसी अन्य दुर्घटना के कारण क्षतिग्रस्त हो जाती है तो उस हालत में आपको आपके वाहन के मूल्य राशि आपको दी जाए।

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